बाड़मेर के रेगिस्तानी क्षेत्र में गर्मी का प्रकोप जारी है। दीपावली के दो दिन बाद ही पारा 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो आमतौर पर मार्च-अप्रैल के महीनों में अनुभव की जाने वाली गर्मी के समान है।
नवंबर की शुरुआत में भी गर्मी का असर बना हुआ है, जबकि आम तौर पर दीपावली के आसपास सर्दी का मौसम शुरू हो जाता है। मौसम विभाग ने अगले हफ्ते तापमान में गिरावट की संभावना जताई है, जिसके बाद थोड़ी ठंडक मिलने की उम्मीद है।
अक्टूबर में बाड़मेर में तापमान 38-40 डिग्री के आसपास रहा। 27 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री तक पहुंच गया, जो 2020 में इसी दिन दर्ज तापमान 40.5 डिग्री से थोड़ा अधिक था।
हालांकि, इसके बाद तापमान में थोड़ी गिरावट आई, फिर भी गर्मी का असर कम नहीं हुआ। बुधवार को अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री और गुरुवार को 38.2 डिग्री दर्ज किया गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री रहा।
शनिवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि देखी गई, जो 38 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री तक गिर गया। नवंबर के तीसरे दिन भी गर्मी का असर बना हुआ है।
स्थानीय लोग गर्मी से बचने के लिए दिन-रात एसी और कूलर का उपयोग कर रहे हैं। 70 वर्षीय करमचंद ने बताया कि दीपावली के समय आमतौर पर सर्दी शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार गर्मी का ही प्रकोप देखने को मिल रहा है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस असामान्य गर्मी का कारण पश्चिमी दिशा से चलने वाली हवाएं हैं। अक्टूबर के मध्य के बाद आमतौर पर हवाएं उत्तर-पश्चिमी दिशा से चलने लगती हैं, जिससे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में हल्की ठंड शुरू हो जाती है।
हालांकि, वर्तमान में राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में पाकिस्तान और बलूचिस्तान से आ रही गर्म हवाएं गर्मी का कारण बन रही हैं।