धौलपुर, जो भगवान कृष्ण के ब्रज क्षेत्र का एक अभिन्न अंग है, कृष्ण-संबंधी त्योहारों और पर्वों को विशेष महत्व देता है। आज, गोवर्धन पूजा को जिले भर में व्यापक उत्साह और भक्तिभाव से मनाया जा रहा है।
गोवर्धन पूजा के उपलक्ष्य में, मंदिरों और घरों में भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की मूर्तियां बनाई गई हैं। ब्रज क्षेत्र के निवासी इस पर्व को विशेष रूप से पवित्र मानते हैं, क्योंकि इसी दिन कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर इंद्र के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा की थी। इस कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में, श्रद्धालु भोग के रूप में विभिन्न व्यंजन अर्पित करते हैं और भगवान की आराधना करते हैं।
धौलपुर में, श्रद्धालुओं ने सुबह स्नान किया है और गोबर का उपयोग गोवर्धन पर्वत और कृष्ण मूर्तियों को बनाने के लिए किया है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट महोत्सव के रूप में भी मनाया जा रहा है। इस अवसर पर, कढ़ी, चावल, मिठाई और कई अन्य व्यंजन गोवर्धन पर्वत और कृष्ण की पूजा में चढ़ाए जा रहे हैं।
पूजा के बाद, भक्तों ने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की और जयकारे लगाए। परिक्रमा के दौरान, वे भावभीने गीत गाते और मंत्रों का उच्चारण करते हुए कृष्ण से आशीर्वाद की कामना करते देखे गए।
गोवर्धन पूजा का यह त्योहार हमें प्रकृति के महत्व और उसके प्रति सम्मान की याद दिलाता है। यह प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा और पूजा के महत्व को भी रेखांकित करता है, ताकि मानवता पर प्रकृति का आशीर्वाद बना रहे।