झुंझुनूं विधानसभा में 1385 वोटरों ने किया नोटा बटन का इस्तेमाल, बिगड़े सियासी समीकरण

झुंझुनूं उपचुनाव: उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार के बीच नोटा की गूंज

झुंझुनूं विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव (2023) में वहां बड़ी संख्या में मतदाताओं ने सभी उम्मीदवारों को नकारकर नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) का बटन दबाया था।

नोटा का प्रभाव

2023 के चुनाव में, 8,500 से अधिक मतदाताओं ने सातों विधानसभा सीटों पर किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं दिया। इससे कई प्रत्याशियों की जीत और हार के गणित बदल गए।

झुंझुनूं का प्रदर्शन

झुंझुनूं विधानसभा में, 2.68 लाख कुल मतदाताओं में से 1.91 लाख ने मतदान किया। सातों विधानसभा सीटों में, झुंझुनूं मतदान में पांचवें स्थान पर रहा, जिसमें सबसे अधिक मतदान उदयपुरवाटी और सबसे कम पिलानी में हुआ।

नोटा बटन पर दबने की संख्या

2023 के चुनाव में, झुंझुनूं में 1,385 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना। अन्य विधानसभा सीटों के लिए नोटा बटन दबाने वाले मतदाताओं की संख्या इस प्रकार थी:

* पिलानी: 1,145
* सूरजगढ़: 1,024
* मंडावा: 1,127
* नवलगढ़: 1,352
* उदयपुरवाटी: 1,430
* खेतड़ी: 1,013

निष्कर्ष

2023 के चुनाव में नोटा का विकल्प चुनने वाले मतदाताओं की बड़ी संख्या बताती है कि कुछ मतदाताओं में सभी उम्मीदवारों की नीतियों और वादों के प्रति निराशा थी। झुंझुनूं उपचुनाव में, नोटा की लोकप्रियता एक संकेत है कि मतदाता उम्मीदवारों से बेहतर विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।

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