राजसमंद झील का जलस्तर पिछले 24 घंटों में 17.60 फीट तक बढ़ गया है, जो शनिवार को 17.40 फीट था। यह वृद्धि गोमती नदी और खारी फीडर से पानी की आवक के कारण हुई है।
बाघेरी नाका के लगातार उफान पर होने से बनास नदी से नंदसमंद बांध में पानी की लगातार आवक हो रही है, जिससे नंदसमंद बांध ओवरफ्लो हो गया है। शनिवार को नंदसमंद से खारी फीडर में पानी छोड़ा गया था, जो शनिवार शाम को राजसमंद झील में पहुंचा।
खारी फीडर में पानी के बहाव की शुरुआत में एक फीट होने के बाद, यह आज सुबह तक डेढ़ फीट हो गया है। नंदसमंद से जारी पानी के बहाव को बढ़ाकर आज सुबह साढ़े पांच फीट कर दिया गया है, जो आज शाम को राजसमंद झील में प्रवेश करेगा, जिससे जल स्तर में और वृद्धि होगी।
खारी फीडर के अलावा, गोमती नदी से भी राजसमंद झील में पानी की आवक हो रही है, जो वर्तमान में पांच इंच के बहाव पर बह रही है।
हालांकि बारिश की तीव्रता कम होने से नदी-नालों में पानी की आवक घटी है, लेकिन मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसलिए, पानी की आवक आने वाले दिनों में बारिश की स्थिति पर निर्भर करेगी।
सिंचाई विभाग की रिपोर्ट बताती है कि पिछले 24 घंटों में राजसमंद, खमनोर, देलवाड़ा, नाथद्वारा रेलमगरा, आमेट, देवगढ़, भीम और कुंभलगढ़ क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई है। बाघेरी बांध, नंदसमंद बांध, कुंठवा पिकअप वियर, गोमती नदी का उद्गम स्थल रामदरबार, देवगढ़ का राघवसागर, कुंडेली बांध, सोपरी बांध, भीम बांध, भीम टैंक, नीमझर तालाब और बामनिया कला का एनिकट अभी भी ओवरफ्लो हो रहे हैं।