केंद्रीय बजट 2024-25 को राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने कड़े शब्दों में खारिज किया है। संगठन के अध्यक्ष महावीर सिहाग और महासचिव उपेंद्र शर्मा ने बजट को आलोचनात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इसमें शिक्षकों और कर्मचारियों की मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है।
शिक्षक संघ ने बजट में पेंशन में वृद्धि, संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, आयकर सीमा को 10 लाख तक बढ़ाने, सरकारी और सार्वजनिक उपक्रमों में रिक्तियों को भरने और समय पर वेतन पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर बजट के रवैये की कड़ी निंदा की है। संघ ने इसे कर्मचारियों के हितों के खिलाफ बताते हुए पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना की घोषणा की है।
राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने अन्य कर्मचारी संगठनों से भी बजट में कर्मचारियों के प्रति प्रतिकूल रवैये के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया है।