डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार को दूसरे दिन भी राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी (राजमेस) के 80 विशेषज्ञ डॉक्टर हड़ताल पर रहे। 30 डॉक्टर जयपुर में चल रहे धरने में शामिल हुए।
डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को परेशानी हुई। ओपीडी में लंबी कतारें लगीं और मरीजों को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। नियमित ऑपरेशन भी स्थगित कर दिए गए, केवल आपातकालीन ऑपरेशन ही हो रहे हैं।
राजमेस डॉक्टर राज्य सेवा नियमों को लागू करने की मांग कर रहे हैं। हड़ताल के कारण अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई है।
हड़ताली डॉक्टर अस्पताल के पीछे धर्मशाला में नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने “डाइंग कैडर” का एक पुतला भी जलाया, जो उनकी मांगों का विरोध करता है।
अस्पताल प्रबंधन ने 36 डॉक्टरों को ड्यूटी पर तैनात किया है। अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने बताया कि ओपीडी और वार्ड दोनों में रोगियों की देखभाल के लिए डॉक्टर उपलब्ध हैं।
हड़ताल पर गए डॉ. प्रभाश भावसार ने कहा कि उनकी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में हड़ताल और तेज की जा सकती है।