भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में मौसमी बीमारियों ने दस्तक दी है, जिससे मरीजों की तादाद बढ़ गई है। अस्पताल परिसर में हर तरफ मरीजों की भीड़ नज़र आ रही है। बदलते मौसम का मानव स्वास्थ्य पर असर साफ झलक रहा है।
चिकित्सकों के कक्षों के बाहर मरीजों की लंबी कतारें दिखाई पड़ रही हैं, अपनी बारी का इंतज़ार करते हुए। अस्पताल की OPD की संख्या भी बढ़ गई है।
चिकित्सकों का कहना है कि अत्यधिक बारिश और उमस ने लोगों के शरीर के तापमान को प्रभावित किया है, जिससे उल्टी, दस्त, बुखार, जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं हो रही हैं। वायरल संक्रमण एक दूसरे में फैल रहा है, जिससे पूरे परिवार बीमार पड़ रहे हैं, खासकर बच्चे।
अस्पताल में सर्वाधिक मरीज कान दर्द, उल्टी और लूज़ मोशन से पीड़ित आ रहे हैं। इस वजह से OPD की संख्या 800 से बढ़कर 1400 के पार पहुंच गई है।
बारिश के मौसम में ठंडक बढ़ती है, लेकिन इसके बाद उमस की वजह से तापमान बढ़ने लगता है। लोग गर्मी से बचने के लिए ठंडी चीज़ों का सेवन करते हैं, जिससे वे बीमार पड़ जाते हैं। यह मौसमी बीमारियों का मुख्य कारण है।