चित्तौड़गढ़ के घाटी क्षेत्र के गांव मगरा विकास योजनाओं से वंचित
चित्तौड़गढ़ विधानसभा के लगभग 85-90 गांव, जो पहाड़ी-घाटी क्षेत्र में स्थित हैं, मगरा विकास बोर्ड की योजनाओं से अभी भी वंचित हैं। विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया, यह बताते हुए कि 2016 और 2022 में किए गए सर्वेक्षणों के बावजूद कोई विकास कार्य नहीं हुआ है।
राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने जवाब दिया कि राजनीतिक द्वेष के कारण गांवों का विकास अवरुद्ध हो गया है। विधायक आक्या ने पंचायतीराज राज्य मंत्री से इन गांवों को मगरा विकास बोर्ड में शामिल करने का समय मांगा। मंत्री देवासी ने आश्वासन दिया कि दो महीने के भीतर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
विधायक आक्या ने कहा कि मगरा क्षेत्र में आने वाले लगभग 85-90 गांव, जो चित्तौड़गढ़ और भदेसर पंचायत समिति में स्थित हैं, मगरा विकास बोर्ड की योजनाओं में शामिल होने के योग्य हैं। राज्यमंत्री देवासी ने पुष्टि की कि इन गांवों को शामिल करने के लिए जिला कलेक्टर से एक रिपोर्ट प्राप्त हुई है।
विधायक ने बताया कि 2016 और 2022 में भी इस मुद्दे को उठाया गया था, लेकिन विकास में कोई प्रगति नहीं हुई। उन्होंने मंत्री देवासी को आश्वासन देने के लिए कहा कि इस बार एक समय सीमा तय की जाएगी।
राज्यमंत्री देवासी ने कहा कि राजनीतिक द्वेष के कारण विकास अवरुद्ध हो गया है, लेकिन आने वाले दो महीनों में समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मगरा क्षेत्र में आने वाले 83 गांव मगरा विकास योजना के पात्र हैं और उन्हें शामिल किया जाएगा।