दौसा जिले में अघोषित बिजली कटौती का सिलसिला जारी है, जिसने निवासियों को असहनीय रूप से निराश कर दिया है।
बीती रात, जिला मुख्यालय और आस-पास के गांवों में कई बार बिजली गुल हो गई। भीषण गर्मी में, इस अनियमितता ने लोगों के क्रोध को भड़का दिया, जिसके कारण उन्होंने विद्युत निगम के अधीक्षक अभियंता कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने विभाग पर मनमानी करने का आरोप लगाया और लंबे समय तक नारेबाजी की। उन्होंने बताया कि उमस भरी गर्मी के बावजूद विभाग की लापरवाही से उनके जीवन को नरक बना दिया गया है।
पिछले कई दिनों से, जिले में बिजली की स्थिति खराब रही है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में, प्रतिदिन बिना किसी पूर्व सूचना के कई घंटों की कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया है। जिला मुख्यालय में, रात के समय कई घंटे की कटौती का सामना करना पड़ रहा है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी बदतर है।
बच्चे और बुजुर्ग लगातार बिजली कटौती से अत्यधिक परेशान हैं। निवासियों का कहना है कि बिजली आपूर्ति तंत्र कई महीनों से अस्त-व्यस्त है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के साथ, लोग अब मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से हस्तक्षेप करने और बिजली कटौती के इस दुष्चक्र को समाप्त करने की मांग की है। वे जानना चाहते हैं कि उन्हें कब राहत मिलेगी और यह अनियमितता कब समाप्त होगी।