संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने की संभावना
नई दिल्ली: सरकार ने 21 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसके बाद संसद का मानसून सत्र अगले दिन से शुरू हो सकता है। संसद के अधिकारियों ने बताया कि संभावित सत्र की तारीखों पर सर्वदलीय बैठक में चर्चा की जाएगी।
सत्र के लिए विपक्षी दलों ने कई मुद्दे उठाए हैं, जिनमें महंगाई, बेरोजगारी और किसान मुद्दे शामिल हैं। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सरकार इन चिंताओं को दूर करने में विफल रही है, जबकि सरकार का कहना है कि वह इन मुद्दों पर चर्चा और बहस के लिए तैयार है।
मानसून सत्र आमतौर पर चार सप्ताह तक चलता है, लेकिन विधायी व्यवसाय की प्रकृति के आधार पर इसे बढ़ाया जा सकता है। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा और पारित होने की उम्मीद है, जिसमें दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा संहिता, एनडीए सरकार का प्रमुख आर्थिक सुधार एजेंडा जीएसटी में संशोधन, और विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA) में संशोधन शामिल है।
संसद का पिछला सत्र फरवरी में संपन्न हुआ था, जिसमें कृषि कानून और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी। अब सभी की निगाहें इस मानसून सत्र पर टिकी हैं, जहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार और विपक्ष के बीच फिर से तीखी बहस की संभावना है।