मुंबई में 2006 ट्रेन विस्फोट मामले पर हाईकोर्ट ने विशेष पीठ का गठन किया
मुंबई, 11 जुलाई 2024: बॉम्बे हाईकोर्ट ने 18 साल पहले हुए मुंबई ट्रेन विस्फोट मामले की जांच के लिए विशेष पीठ का गठन किया है। 11 जुलाई, 2006 को पश्चिम रेलवे की सात ट्रेनों में अलग-अलग स्थानों पर सात धमाके हुए, जिसमें 180 से अधिक लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए।
मामले की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा गया था, जिसने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। हालाँकि, इनमें से कुछ अभियुक्तों की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि अन्य जमानत पर हैं।
विशेष पीठ का गठन उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता की अध्यक्षता में किया गया है। इसमें न्यायमूर्ति एमएम साठे और न्यायमूर्ति गोकुल उदगिरी भी शामिल हैं।
पीठ मामले से जुड़े सभी पक्षों को सुनवाई के लिए बुलाएगी और सबूतों की जांच करेगी। यह जांच को तेज करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने का प्रयास करेगी।
ट्रेन विस्फोट की घटना मुंबई के इतिहास में एक काला दिन है। इस त्रासदी ने शहर को झकझोर कर रख दिया था और इसके परिणामस्वरूप सुरक्षा उपायों में बड़े पैमाने पर बदलाव हुए थे।
इस मामले में विशेष पीठ का गठन इस बात का संकेत है कि न्याय प्रणाली पीड़ितों को न्याय दिलाने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।