विधान परिषद अध्यक्ष पद खाली, उपाध्यक्ष गोरे कर रहीं कार्यवाही का संचालन
मुंबई, 7 जुलाई: महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष रामराजे नाइक निंबालकर की सेवानिवृत्ति के बाद 7 जुलाई, 2022 से यह पद खाली है। इस दौरान जब भी विधान परिषद की बैठकें आयोजित की जाती हैं, उप सभापति नीलम गोरे कार्यवाही की अध्यक्षता करती हैं।
विधान परिषद के सूत्रों के अनुसार, सरकार इस पद को भरने के लिए अभी कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। ऐसे में, गोरे विधान परिषद की बैठकों के दौरान अध्यक्ष की भूमिका निभाती रहेंगी।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को विधान परिषद में विपक्ष की ओर से पद भरने में देरी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार इस महत्वपूर्ण पद को भरने में जानबूझकर देरी कर रही है, जिससे विधान परिषद का कामकाज प्रभावित हो रहा है।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने विधान परिषद अध्यक्ष पद को भरने की मांग को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी का कहना है कि सरकार की देरी से विधान परिषद की निष्पक्षता और स्वायत्तता को खतरा पैदा हो रहा है।
सरकार ने अभी तक विधान परिषद अध्यक्ष पद को भरने की कोई समय सीमा तय नहीं की है। उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक या अगस्त की शुरुआत में सरकार इस पद को भर सकती है।