Vastu Dosha Linked to Prolonged Illness

वास्तु दोष से जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की संरचना और व्यवस्था का व्यक्ति के जीवन और भलाई पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। हालांकि वास्तु अनुरूप घर सौभाग्य और समृद्धि लाते हैं, लेकिन वास्तु दोष के कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि दोषपूर्ण वास्तु घरों में रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, वित्तीय कठिनाइयों, रिश्तों में तनाव और समग्र जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।

वास्तु दोष से जुड़ी कुछ समस्याएं

* शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे सिरदर्द, नींद की गड़बड़ी और पाचन संबंधी समस्याएं
* मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे चिंता, अवसाद और अनिद्रा
* वित्तीय कठिनाइयां और व्यवसाय में बाधाएं
* रिश्तों में तनाव, संघर्ष और अलगाव
* जीवन में सामान्य हानि और निराशा की भावना

वास्तु दोष दूर करने के नियम

वास्तु दोष को दूर करने के लिए कुछ नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है, जैसे:

* प्रवेश द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए।
* बेडरूम दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित होना चाहिए।
* रसोई घर दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित होना चाहिए।
* बाथरूम उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित होना चाहिए।
* घर में प्राकृतिक प्रकाश और वेंटिलेशन होना चाहिए।
* घर को साफ और अव्यवस्था मुक्त रखना चाहिए।

वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, इन नियमों का पालन करने से वास्तु दोषों को दूर करने में मदद मिल सकती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आ सकती है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वास्तु शास्त्र एक जटिल विषय है और विशेषज्ञ मार्गदर्शन लेना हमेशा उचित होता है।

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