काशी की पाक यात्रा: सावन में बनारस में स्थानीय व्यंजनों का आनंद उठाएं
वाराणसी, 15 जुलाई: श्रद्धा और भक्ति के पवित्र महीने सावन के अवसर पर बनारस आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए अपने स्वादिष्ट व्यंजनों से शहर का स्वाद लेना एक अविस्मरणीय अनुभव है।
काशी की पाक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ कुछ अनिवार्य व्यंजन दिए गए हैं:
* काशी चाट: कुरकुरे समोसे, आलू, दही, चटनी और मसालों का एक मनोरम मिश्रण।
* मलईयो: एक समृद्ध और मलाईदार मिठाई, जिसे दूध, चीनी और इलायची से बनाया जाता है।
* रसमलाई: रस से भीगे हुए छेने के पकौड़े, जो एक मीठे और नमकीन स्वाद प्रोफ़ाइल प्रदान करते हैं।
* थुल्की दाल: दाल का एक मलाईदार और मसालेदार रूप, जिसे मक्खन और क्रीम से समृद्ध किया जाता है।
* बाटी चोखा: गेहूं के आटे से बनी बाटी ब्रेड, जिसे चोखा नामक मसालेदार आलू और बैंगन की डिश के साथ परोसा जाता है।
इन व्यंजनों का आनंद शहर के विविध हलवाई और रेस्तरां में लिया जा सकता है। गंगा नदी के घाटों के पास कई स्ट्रीट फूड विक्रेता भी स्थानीय व्यंजनों की पेशकश करते हैं।
सावन में बनारस की यात्रा स्वाद और भक्ति का एक अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत करती है। शहर के मनोरम व्यंजनों का आनंद लेना आध्यात्मिक अनुभव को और अधिक समृद्ध करता है।