‘किल’ कारोबार का नौ दिवसीय विश्लेषण
नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के दौरान, ‘किल’, एक पारंपरिक भारतीय शराब का व्यापक कारोबार हुआ है। इस अवधि के दौरान बिक्री के आंकड़ों का विश्लेषण यहां दिया गया है:
* कुल कारोबार: अनुमानित ₹1,500 करोड़
* उपभोग की मात्रा: लगभग 25 लाख लीटर
प्रमुख उत्पाद:
* देशी शराब (IMFL): कुल बिक्री का लगभग 60%
* भारतीय निर्मित विदेशी शराब (IMFL): 20%
* बीयर: 15%
* कॉकटेल: 5%
राज्यवार बिक्री:
* उत्तर प्रदेश: सबसे अधिक बिक्री, लगभग 35%
* बिहार: लगभग 15%
* मध्य प्रदेश: लगभग 12%
* राजस्थान: लगभग 10%
कीमतों में उछाल:
नवरात्रि के दौरान, ‘किल’ की कीमतों में थोड़ी वृद्धि देखी गई, क्योंकि मांग में वृद्धि हुई। औसतन, कीमतें लगभग 5-10% बढ़ीं।
सरकारी राजस्व:
नवरात्रि के दौरान ‘किल’ की बिक्री से सरकार को भारी राजस्व प्राप्त हुआ। विभिन्न राज्यों में अनुमानित राजस्व ₹300 करोड़ से अधिक है।
नियंत्रण उपाय:
‘किल’ के अत्यधिक सेवन को रोकने के लिए सरकार ने कई नियंत्रण उपाय किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
* बिक्री समय और स्थान पर प्रतिबंध
* कठोर शराबबंदी कानून
* नशे में गाड़ी चलाने खिलाफ सख्त कार्रवाई
नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव ने ‘किल’ उद्योग के लिए महत्वपूर्ण संपन्नता का समय साबित किया है। हालांकि, अधिकारियों द्वारा अत्यधिक सेवन को हतोत्साहित करने के उपाय भी किए जा रहे हैं।