तंबाकू मुक्ति केंद्र राष्ट्रव्यापी मेडिकल कॉलेजों में स्थापित होंगे
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) द्वारा जारी एक परिपत्र के अनुसार, भारत सरकार ने देश भर के मेडिकल कॉलेजों में तंबाकू निषेध केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह पहल जन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और तंबाकू उपयोग के हानिकारक प्रभावों से निपटने के उद्देश्य से की गई है।
ये केंद्र तंबाकू से मुक्त वातावरण को बढ़ावा देने के लिए छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को व्यापक सहायता प्रदान करेंगे। केंद्रों में निकोटीन निर्भरता प्रबंधन, काउंसलिंग और पुनर्वास सेवाएं शामिल होंगी।
एनएमसी ने कहा है कि केंद्रों की स्थापना का उद्देश्य तंबाकू उपयोग से संबंधित ज्ञान और जागरूकता को बढ़ाना है, साथ ही छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को आवश्यक सहायता प्रदान करना है। केंद्रों से स्वास्थ्य पेशेवरों के प्रशिक्षण और सेमिनार आयोजित करने की भी अपेक्षा की जाती है।
भारत में तंबाकू का सेवन एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है, जो हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बनता है। सरकार ने तंबाकू उपयोग को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें तंबाकू उत्पादों पर कर बढ़ाना, धूम्रपान रहित वातावरण को बढ़ावा देना और विभिन्न प्रकार के कर कार्यक्रमों को लागू करना शामिल है।
तंबाकू निषेध केंद्रों की स्थापना से भारत में तंबाकू उपयोग की महामारी को कम करने के प्रयासों को और मजबूती मिलेगी।