भीलवाड़ा: आइसक्रीम के पैसे मांगने पर दो भाइयों का अपहरण, नाखून खींचे, पुलिस पर समझौता कराने का आरोप।

आइसक्रीम बेचने के बाद सैलरी मांगने पर भीलवाड़ा के दो भाइयों का अपहरण, चोरी का आरोप लगाकर प्रताड़ना

कोरबा/भीलवाड़ा, [दिनांक] – छत्तीसगढ़ के कोरबा में भीलवाड़ा के दो भाइयों के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि आइसक्रीम बेचने के बाद सैलरी मांगने पर उनके मालिक ने उनका अपहरण कर लिया और चोरी का आरोप लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया।

पीड़ितों की पहचान मुकेश और विनोद के रूप में हुई है, जो गुलाबपुरा थाने के कानिया गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति के जरिए उनकी पहचान छोटू गुर्जर और मुकेश शर्मा से हुई थी, जिन्होंने उन्हें कोरबा में आइसक्रीम बेचने का काम दिलाने का वादा किया था।

मुकेश और विनोद के अनुसार, उन्हें बताया गया था कि उन्हें 10 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा और रहने-खाने की व्यवस्था भी होगी। 12 फरवरी को वे कोरबा चले गए। दो महीने काम करने के बाद जब उन्होंने वेतन मांगा, तो उन पर 30 हजार रुपये की चोरी का आरोप लगाया गया।

आरोप है कि 14 अप्रैल की रात को आरोपियों ने उन्हें कोरबा के एक गोदाम में बंधक बनाकर पीटा। उनके कपड़े उतारकर मारपीट की गई, पैरों की उंगलियों के नाखून प्लास से खींचे गए और बिजली के झटके दिए गए। इस दौरान आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया।

पीड़ितों के परिजनों ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें छोड़ने के एवज में फिरौती मांगी थी। 15 अप्रैल को परिजनों ने ऑनलाइन 23 हजार 950 रुपये ट्रांसफर किए, जिसके बाद उन्हें छोड़ा गया।

भीलवाड़ा लौटने पर भी आरोपियों ने उनका पीछा किया और चुप रहने के लिए दबाव बनाया। परिजनों का आरोप है कि गुलाबपुरा पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाय समझौते का दबाव बनाया।

पीड़ित परिवार ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। अभिषेक की मां ने इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपियों ने उनके बेटे को बुरी तरह पीटा है।

हालांकि, गुलाबपुरा सीआई हनुमान सिंह ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि समझौते का दबाव बनाने जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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