मिथुन राशि में सूर्य और गुरु का दुर्लभ संयोग, ज्योतिष में बड़ा बदलाव
नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत सूर्य और गुरु (बृहस्पति) ग्रह मिथुन राशि में एक साथ आ गए हैं। गुरु, जिन्हें बृहस्पति और देवगुरु के नाम से भी जाना जाता है, ज्ञान, भाग्य, शिक्षा और वैवाहिक सुख के कारक माने जाते हैं। ज्योतिषियों का मानना है कि इस युति का विभिन्न राशियों और राष्ट्रों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
गुरु ग्रह का यह गोचर शिक्षा जगत, धार्मिक कार्यों और आर्थिक क्षेत्र में विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मिथुन राशि में सूर्य के साथ मिलकर गुरु का प्रभाव कई लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है, विशेषकर शिक्षा और ज्ञानार्जन के क्षेत्र में।
ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस युति के दौरान कुछ राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है, जबकि कुछ को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह समय धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ाने और आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी शुभ है।
यह युति कब तक रहेगी और इसका किस राशि पर क्या प्रभाव होगा, इसके बारे में जानने के लिए ज्योतिषियों से परामर्श लेना उचित रहेगा।