पीएम विश्वकर्मा योजना: कारीगरों को मिल रहे हैं कई फायदे
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना, देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को कई प्रकार के लाभ मिल रहे हैं, जिससे उनका आर्थिक और सामाजिक उत्थान हो रहा है।
योजना के प्रमुख लाभों में कौशल प्रशिक्षण शामिल है। कारीगरों को आधुनिक तकनीक और बेहतर डिजाइनिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे अपने उत्पादों को और अधिक आकर्षक और बाजार के अनुकूल बना सकें। इसके अतिरिक्त, उन्हें वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है। कारीगरों को 5% की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये तक का ऋण पहले चरण में और 2 लाख रुपये तक का ऋण दूसरे चरण में मिल सकता है। यह ऋण उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने और नए उपकरण खरीदने में मदद करता है।
योजना के अंतर्गत, लाभार्थियों को पहचान पत्र और प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें औपचारिक रूप से मान्यता मिलती है और वे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए पात्र हो जाते हैं। विपणन सहायता भी इस योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कारीगरों को अपने उत्पादों को ऑनलाइन और ऑफलाइन बाजारों में बेचने के लिए मंच प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे वे अधिक ग्राहकों तक पहुंच सकें और अपनी आय बढ़ा सकें।
सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से देश के पारंपरिक कारीगरों को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारेगी, बल्कि उनकी कला और संस्कृति को भी संरक्षित रखने में मदद करेगी।