जैराम रमेश ने कहा है कि भारत के घटते उपभोग की त्रासदी समय के साथ बढ़ती जा रही है। नाबार्ड का नया एनएएफआईएस 2021-22 डेटा इस बात की पुष्टि करता है कि भारत के मांग संकट की जड़ में लगातार आय ठहराव है।
कांग्रेस का सनसनीखेज दावा: ‘मोदी सरकार के 10 साल में निजी निवेश हुआ ध्वस्त’
