प्रधान न्यायाधीश पर ‘सैर की आजादी’ छिनने का दावा

सीजेआई की मॉर्निंग वॉक पर दावा: पदभार संभालने पर छिन सकती है ‘सैर की आजादी’

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना को लेकर एक बड़ा दावा सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, देश का शीर्ष न्यायिक पद संभालने के बाद सीजेआई खन्ना को अपनी पसंदीदा मॉर्निंग वॉक नहीं कर पाएंगे।

सीजेआई खन्ना को सुरक्षा कारणों से मॉर्निंग वॉक या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं होगी। यह प्रतिबंध उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लागू किया जाएगा।

सूत्रों ने दावा किया है कि सीजेआई खन्ना को एक विशेष सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। इसमें एक एस्कॉर्ट वाहन, एक सुरक्षा दल और उनके आवास की निगरानी भी शामिल होगी। यह सुरक्षा व्यवस्था उनके पद से संबंधित संभावित खतरों से उन्हें बचाने के लिए जरूरी है।

सीजेआई खन्ना को पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट का 54वां प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। वह 13 नवंबर को शपथ लेंगे। उनके पूर्ववर्ती न्यायमूर्ति यूयू ललित ने 8 नवंबर को सेवानिवृत्त हो गए थे।

सीजेआई खन्ना को उनकी बौद्धिक क्षमता और कानूनी मामलों में गहरी समझ के लिए जाना जाता है। वह कई ऐतिहासिक फैसलों में शामिल रहे हैं, जिनमें अयोध्या भूमि विवाद केस और नागरिकता संशोधन अधिनियम को चुनौती देने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं।

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