प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना: महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य में सुधार
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य भारत में महिलाओं को स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन तक पहुंच प्रदान करना है।
इस योजना के तहत, सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2011 में पहचाने गए नीचे-गरीबी रेखा में रहने वाले परिवारों में से प्रत्येक पात्र महिला को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन और एक पुन: प्रयोज्य रसोई गैस सिलेंडर प्रदान किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को लकड़ी, उपले और अन्य जैव ईंधन जैसे अस्वास्थ्यकर खाना पकाने के ईंधन पर निर्भरता से मुक्त करना है।
स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन तक पहुंच से कई स्वास्थ्य लाभ भी जुड़े हुए हैं। यह महिलाओं और बच्चों को हानिकारक धुएं और वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से बचाता है, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम होता है।
अधिकारियों के अनुसार, इस योजना ने अब तक लगभग 9 करोड़ महिलाओं को लाभान्वित किया है। यह न केवल महिलाओं की जान और स्वास्थ्य में सुधार ला रहा है, बल्कि यह उन्हें खाना पकाने में लगने वाले समय को बचाने और अन्य उत्पादक गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति भी दे रहा है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना महिला सशक्तिकरण और भारत में महिलाओं के कल्याण में सुधार के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। इस योजना ने महिलाओं के जीवन को बदल दिया है, उन्हें बेहतर स्वास्थ्य, आर्थिक अवसर और जीवन की समग्र गुणवत्ता प्रदान की है।