भारत-मिस्र संबंध हाल के वर्षों में और मजबूत हुए: जयशंकर
नई दिल्ली में शुक्रवार को एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और मिस्र के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंध हाल के वर्षों में और प्रगाढ़ हुए हैं।
जयशंकर ने कहा, “भारत और मिस्र के संबंध सभ्यतागत संपर्कों और सदियों पुरानी साझा विरासत पर आधारित हैं। हाल के वर्षों में, ये संबंध और भी मजबूत हुए हैं, और दोनों देशों ने आपसी लाभ के लिए नए अवसर तलाशना जारी रखा है।”
उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में निरंतर वृद्धि देखी गई है। भारत वर्तमान में मिस्र में पांचवां सबसे बड़ा निवेशक है, और मिस्र भारत के लिए पश्चिम एशिया और अफ्रीका के लिए एक प्रमुख गेटवे है।
जयशंकर ने कहा, “हाल के वर्षों में, हमारा आर्थिक सहयोग अधिक विविधतापूर्ण हो गया है। हम ऊर्जा, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत और मिस्र क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर घनिष्ठ रूप से सहयोग कर रहे हैं, जिनमें आतंकवाद और उग्रवाद के खतरे का मुकाबला करना और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना शामिल है।
जयशंकर ने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में भारत और मिस्र के संबंध और भी मजबूत होंगे। उन्होंने कहा, “हम दोनों देशों के बीच साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”