Economic Survey: Economy on Solid Recovery Path, But Challenges Remain

आर्थिक सर्वेक्षण: अर्थव्यवस्था मजबूत पथ पर, पर चुनौतियों का सामना जरूरी

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश किया। इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत पथ पर है, लेकिन कई चुनौतियाँ भी हैं जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है।

मुख्य विशेषताएं:

* चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7% रहने का अनुमान है।
* 2023-24 के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6-6.8% रहने का अनुमान है।
* मुद्रास्फीति पिछले साल के 5.3% से घटकर चालू वित्त वर्ष में 5% रहने की उम्मीद है।
* राजकोषीय घाटा जीडीपी के 6.4% से घटकर चालू वित्त वर्ष में जीडीपी के 5.9% रहने का अनुमान है।
* कृषि क्षेत्र के 3.5-3.8% और विनिर्माण क्षेत्र के 4.1-4.8% बढ़ने का अनुमान है।

चुनौतियां:

* वैश्विक आर्थिक मंदी और यूक्रेन संघर्ष से अर्थव्यवस्था को खतरा।
* मुद्रास्फीति और इसके प्रभाव से निपटना।
* बेरोजगारी और रोजगार सृजन में सुधार लाना।
* निजी निवेश को बढ़ावा देना।
* बुनियादी ढांचा और स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में सतत विकास सुनिश्चित करना।

सिफारिशें:

आर्थिक सर्वेक्षण में चुनौतियों से निपटने के लिए कई सिफारिशें की गई हैं:

* वैश्विक आर्थिक जोखिमों की निगरानी और प्रतिकूल परिस्थितियों की तैयारी।
* मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखना और खाद्य और ऊर्जा की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
* कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन में सुधार लाना।
* बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा में निवेश बढ़ाना।
* निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत सुधार लागू करना।

वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण सरकार को 2024-25 के बजट को अंतिम रूप देने में मार्गदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *