हरियाणा: भ्रूण हत्या गिरोह का पर्दाफाश, चार दलाल गिरफ्तार
गुरुग्राम/सोनीपत/रोहतक, [दिनांक] | हरियाणा में भ्रूण हत्या और लिंग परीक्षण के खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। सोनीपत और रोहतक की पीसीपीएनडीटी टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गुरुग्राम जिले के पटौदी कस्बे में अवैध लिंग जांच कराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने डिकॉय ऑपरेशन के दौरान चार दलालों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, सोनीपत के सिविल सर्जन डॉ. ज्योत्सना को सूचना मिली थी कि एक गिरोह रोहतक और सोनीपत की महिलाओं को अवैध लिंग परीक्षण के लिए पटौदी ले जा रहा है। इस सूचना पर रोहतक और सोनीपत की पीसीपीएनडीटी टीमों ने 16 अप्रैल 2025 को एक संयुक्त डिकॉय ऑपरेशन की योजना बनाई।
मुख्य दलाल नितेश ने डिकॉय को पटौदी बस स्टैंड पर बुलाया, जहां उसने राजीव और प्रवीण नाम के दो अन्य दलालों से मिलवाया। ये दलाल डिकॉय को गणपति डायग्नोस्टिक अल्ट्रासाउंड सेंटर ले गए। पुलिस के मुताबिक, राजीव और प्रवीण डिकॉय को स्कूटी पर रामा अस्पताल ले गए और फिर वापस गणपति डायग्नोस्टिक सेंटर लाए। यहां एक पंजीकृत डॉक्टर ने डिकॉय महिला की सामान्य गर्भावस्था की अल्ट्रासाउंड जांच की, ताकि अवैध काम को वैध जांच की आड़ में अंजाम दिया जा सके।
बताया जा रहा है कि दोपहर करीब 2 बजे दीपक नाम का एक और दलाल वहां पहुंचा और डिकॉय से 39 हजार रुपये नकद लिए। यह पूरी लेन-देन गणपति डायग्नोस्टिक सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। पुलिस ने मुख्य दलाल नितेश को भी अस्पताल के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पटौदी पुलिस स्टेशन में इस गिरोह के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 और भारतीय दंड संहिता (बीएनएस एक्ट 2023) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।
इस सफल ऑपरेशन में डॉ. सुमित कौशिक (नोडल अधिकारी, पीसीपीएनडीटी सोनीपत) और डॉ. विश्वजीत राठी (नोडल अधिकारी, पीसीपीएनडीटी रोहतक) ने नेतृत्व किया। डॉ. विशाल चौधरी, रंजीत, जोगिंदर (रोहतक टीम) और डॉ. नितिन, डॉ. प्रवीण, मनोज (सोनीपत टीम) ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।