उचाना में जल जीवन मिशन: ग्राम जल एवं सीवरेज समिति को सशक्त बनाने पर जोर
उचाना, जींद। जींद जिले के उचाना क्षेत्र में जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में जलापूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग उचाना की एसडीओ सुनीता देवी ने सिंगल विलेज स्कीम की सफलता के लिए ग्राम जल एवं सीवरेज समिति को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
ब्लॉक प्रशिक्षण शिविर में एसडीओ सुनीता देवी ने कहा कि प्रत्येक गांव में गठित समिति के सदस्यों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। जिला सलाहकार रणधीर मताना ने बताया कि हर घर तक जल पहुंचाने में इस समिति की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
सरकारी अधिसूचना के अनुसार, प्रत्येक ग्राम पंचायत में 16 सदस्यीय ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का गठन किया गया है। यह समिति 1 अप्रैल से पेयजल आपूर्ति का रखरखाव और संचालन स्वयं करेगी।
समिति के प्रमुख कार्यों में ग्राम स्तर पर जलापूर्ति योजना बनाना, कार्यान्वयन और निगरानी शामिल है। यह ट्यूबवेल, नहर आधारित जल कार्य, बूस्टर और पाइपलाइन जैसे बुनियादी ढांचे का प्रबंधन करेगी। इसके अतिरिक्त, पेयजल की गुणवत्ता की जांच, शुल्क संग्रह और बैंक खाते का संचालन भी समिति की जिम्मेदारी होगी।
ग्राम जल एवं सीवरेज समिति ग्रामीण समुदाय में स्वास्थ्य, स्वच्छता और जल संसाधन प्रबंधन के बारे में जागरूकता फैलाने का भी कार्य करेगी। विभाग द्वारा समय-समय पर समिति के सदस्यों और पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
प्रदेश सरकार के गजट नोटिफिकेशन के अनुसार, गठित 16 सदस्यीय समिति में सरपंच (चेयरमैन), तीन पंच, स्वयं सहायता समूह की सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, महिला मंडल की प्रधान, युवा संगठन के सदस्य, आजीविका मिशन के सूत्रधार, सेवानिवृत्त शिक्षक, ग्राम चौकीदार, पंप ऑपरेटर, इलेक्ट्रीशियन, पलंबर, सेवानिवृत्त सैनिक, नलकूप चालक आदि शामिल हैं। स्वयं सहायता समूह की महिला को भी समिति में शामिल किया गया है।
इस अवसर पर सुरेंद्र कुमार, अजय कुमार, दिनेश मलिक, कुशल शर्मा, सोमलता सैनी सहित उचाना ब्लॉक के सरपंच, पंच, ग्राम सचिव, और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थीं।