नरवाना में संयुक्त किसान मोर्चा की राज्य स्तरीय बैठक, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
नरवाना, जींद: नरवाना की नई अनाज मंडी स्थित चौधरी घासी राम नैन किसान रेस्ट हाउस में संयुक्त किसान मोर्चा की हरियाणा राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता डॉ. सुखदेव जम्मू, विकास सीसर और जोगेंद्र नैन ने संयुक्त रूप से की।
बैठक में पंजाब की आप पार्टी सरकार द्वारा किसान आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी और दमन की कड़ी आलोचना की गई। मोर्चा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री किसानों के मुद्दों का समाधान करने की बजाय आंदोलनकारियों को बदनाम कर रहे हैं और कॉर्पोरेट खेती को बढ़ावा दे रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने गेहूं की फसल पर 1000 रुपए बोनस, नहरों में पानी की समुचित आपूर्ति, ओलावृष्टि से नष्ट फसलों का मुआवजा और सरसों की खरीद जल्द शुरू करने जैसी कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। मोर्चा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से किसान नेताओं के साथ संवाद स्थापित करने की मांग की।
संगठन ने हरियाणा सरकार पर सरकारी मंडियों को खत्म कर निजीकरण की ओर बढ़ने और कॉर्पोरेट खेती को बढ़ावा देने जैसे गंभीर आरोप लगाए। मोर्चा ने स्मार्ट मीटर योजना को निजी बिजली कंपनियों के हित में बताया।
किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि सरकार वापस लिए गए तीन कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की कोशिश कर रही है। इसके विरोध में 11 मार्च को हरियाणा के सभी जिलों में प्रदर्शन किया जाएगा और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। नई कृषि बाजार नीति को रद्द करने की मांग के लिए संयुक्त किसान मोर्चा 20 मार्च को कुरुक्षेत्र में एक बड़ा आक्रोश प्रदर्शन करेगा। मोर्चा ने चेतावनी दी है कि यदि इन मुद्दों का हल नहीं होता है तो अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बैठक में बलबीर सिंह, रतन मान, कंवरजीत सिंह, धर्मपाल बडाला, रणबीर मलिक, तेजिंद्र रतिया, आजाद पालवा, रामफल शर्मा, सुखविंद्र रतिया, बुध सिंह, रवि आजाद, सतेंद्र लोहचब, सुमित दलाल, जिया लाल, कुलदीप पुनिया, गुरभजन, आजाद सिंह मीरान, बारूराम, सिक्किम, नायब सिंह, कुलदीप ढांडा सहित कई प्रमुख किसान नेता उपस्थित थे।