चरखी दादरी: ओलावृष्टि से तबाह फसलों के मुआवज़े की मांग, किसानों का धरना प्रदर्शन
चरखी दादरी | बीते सप्ताह हुई ओलावृष्टि से चरखी दादरी जिले के कई गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिसके चलते किसानों में आक्रोश व्याप्त है। प्रभावित किसान स्पेशल गिरदावरी करवाकर उचित मुआवज़े की मांग कर रहे हैं।
गांव हंसावास कलां के किसान आज शनिवार को गांव के बस अड्डे पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। ग्रामीणों ने हिसार-नारनौल सड़कमार्ग जाम करने की चेतावनी भी दी है।
किसानों का आरोप है कि बीते 28 फरवरी को हंसावास कलां, लाड, किष्कंधा सहित कई गांवों में बारिश और ओलावृष्टि से सरसों, गेहूं, जौ, मैथी, मूली और सब्जी की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। आंधी के कारण भी फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
किसानों का कहना है कि विभाग द्वारा तैयार की जा रही रिपोर्ट में नुकसान को 25 से 50 प्रतिशत ही दिखाया जा रहा है, जबकि वास्तविक नुकसान इससे कहीं ज्यादा है। उन्होंने मांग की है कि मौके पर आकर वास्तविक नुकसान का आकलन किया जाए और उचित मुआवजा दिया जाए।
हंसावास कलां के किसानों ने स्थानीय विधायक और सांसद से मौके पर आकर नुकसान का जायजा लेने की मांग की है। किसानों का कहना है कि अभी तक कोई भी जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी उनसे मिलने नहीं पहुंचा है, जिससे उनमें रोष है।
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को भी हंसावास कलां के ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था और सांकेतिक रोड जाम भी किया था।
वहीं, बीते गुरुवार को गांव लाड के किसानों ने भी नेशनल हाईवे 334 बी पर प्रदर्शन किया था और स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजा देने की मांग की थी। किसानों का आरोप है कि पोर्टल की खामियों के कारण 80 प्रतिशत किसान मुआवजे से वंचित रह जाते हैं।