रेवाड़ी के पेट्रोल पंप पर 31 लाख का धोखा, ट्रांसपोर्टर बना ठग
रेवाड़ी जिले में एक पेट्रोल पंप संचालक के साथ 31 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। फर्जीवाड़े का यह खेल महीनों तक चला और आरोपी ने पेट्रोल पंप मालिक को लाखों का चूना लगा दिया।
धोखाधड़ी का मामला दिल्ली-जयपुर हाइवे पर मेसर्स वीर ब्रदर्स फिलिंग स्टेशन का है। पेट्रोल पंप संचालक कर्णवीर यादव का आरोप है कि राजस्थान के कोटपुतली जिले के ताराचंद रावत नामक शख्स ने खुद को ट्रांसपोर्टर बताया। उसने दावा किया कि उसके पास 15-20 गाड़ियां हैं और वह पेट्रोल पंप से इन वाहनों में डीजल भरवाना चाहता था।
भरोसा दिलाने के लिए ताराचंद ने शुरुआत में समय-समय पर डीजल की पेमेंट भी की। दो महीने तक उसने इसी तरह गाड़ियों में डीजल भरवाता रहा। इस दौरान उसने 31 लाख रुपये का डीजल पंप से लिया।
जब कर्णवीर ने ताराचंद से पेमेंट की मांग की तो उसने टालमटोल करना शुरू कर दिया। उसने कहा कि कंपनी से अभी पेमेंट नहीं आई है।
शक होने पर कर्णवीर ने ताराचंद की जानकारी जुटाई और उसे पता चला कि वह ट्रांसपोर्टर नहीं है। वह अन्य ट्रांसपोर्टरों की गाड़ियों में डीजल भरवाता था और फिर उनसे पैसे ले लेता था।
कर्णवीर ने ताराचंद से फिर संपर्क किया और उसे धोखाधड़ी कबूल करने पर मजबूर किया। ताराचंद ने लिखित में एक इकरारनामा किया जिसमें उसने वादा किया कि वह कुछ दिन बाद चार लाख रुपये और हर हफ्ते ढाई-ढाई लाख रुपये देगा।
हालांकि, इसके बाद भी ताराचंद ने कोई पैसा नहीं दिया। परेशान होकर कर्णवीर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। एसपी गौरव राजपुरोहित के आदेश पर बावल थाना पुलिस ने ताराचंद के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
बावल थाना प्रभारी लाजपत ने बताया कि आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।