हरियाणा के करनाल ज़िले के कोहंड गांव में सरकारी स्कूल के छात्र मच्छर मार दवा के छिड़काव के बाद हुई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
गुरुवार शाम को स्कूल के कमरों में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया गया था। अगले दिन, शुक्रवार को, छात्र जब उन्हीं कमरों में पढ़ाई के लिए बैठे तो उन्हें चेहरे पर एलर्जी और आंखों में जलन की शिकायत हुई।
कोहंड गांव के पवन कुमार ने बताया कि उनके दोनों बच्चे, एक दसवीं और दूसरा सातवीं कक्षा में, प्रभावित हुए छात्रों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उनके बच्चों को घर आकर चेहरे और आंखों की समस्याओं के बारे में बताया, जिसके बाद उन्हें दवाइयां दी गईं।
छात्र लवकेश और पारस ने बताया कि उन्हें कक्षा में बैठने पर एलर्जी, छींक और आंखों में जलन हो रही थी। उन्होंने शिक्षकों को इस बारे में बताया, जिन्होंने उन्हें कमरों के बाहर बैठने के लिए कहा।
स्कूल प्रबंधन ने स्वीकार किया कि छात्रों को दवा के कारण समस्या हुई थी। उन्होंने कहा कि दवा के प्रभाव को कम करने के लिए कमरों को बंद रखा गया था, लेकिन छात्रों ने उन्हें किसी गंभीर समस्या के बारे में नहीं बताया था।
स्कूल की प्रधानाचार्या सुषमा गोयल ने बताया कि दवा का छिड़काव डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए किया गया था। उन्होंने कहा कि छात्रों की समस्याओं के बाद बच्चों की कक्षाएं बाहर लगाई गईं और उन्हें हाथ-मुंह धुलाया गया।
प्रबंधन का कहना है कि बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ही दवा का छिड़काव किया गया था और वे छात्रों की सेहत पर नज़र रखे हुए हैं।