हरियाणा के पर्यटन एवं जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने डीएपी के मुद्दे पर कहा कि डीएपी एक ऐसी सामग्री है जो बाहर से आती है। डीएपी को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है और प्रत्येक किसान तक डीएपी पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डीएपी की कोई कमी नहीं है। कुछ लोग मानते हैं कि अब डीएपी आ गई है, फिर पता नहीं कब आएगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। सरकार पूरी तरह से गंभीर है।
जेल मंत्री शुक्रवार को करनाल जिला कारागार पहुंचे थे। उन्होंने जिला जेल में आने को महत्वपूर्ण मौका बताया। उन्होंने कहा कि 28 नवंबर से 11 दिसंबर तक गीता महोत्सव आयोजित होगा। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज की इच्छा थी कि शुरुआती कार्यक्रम जेलों से शुरू किए जाएं। जिस तरह से भगवत गीता का पूरे देश और पूरे विश्व में प्रचार-प्रसार हुआ है, उससे कुरुक्षेत्र की भूमि को बहुत बड़ा प्रचार मिला है। जिस तरह से अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है, उसी तरह कुरुक्षेत्र भगवान कृष्ण की भूमि है। गीता में रोजमर्रा के जीवन से जुड़ा ज्ञान है। जेल में बंद लोग भी समाज का अंग हैं और गीता मनीषी महाराज ने इसका प्रचार-प्रसार किया है।
कुरुक्षेत्र सर्किट और महाभारत सर्किट को विश्व स्तर पर हाइलाइट किया जा रहा है। इसमें भी हमें सफलता मिल रही है। हाल ही में करनाल में कुरुक्षेत्र सर्किट को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
जेल में नशीली दवाएं और मोबाइल सिम मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये अफवाहें हैं। भाजपा दस साल से सत्ता में है और जेलों में कई सुधार किए गए हैं। आज कैदियों को भी सुविधाएं दी जा रही हैं।
2003 से जेल विभाग में भर्तियों के न होने के सवाल पर जेल मंत्री ने कहा कि वह इससे संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। जेलों में पर्याप्त सुविधाएं और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने पर विचार किया जाएगा।
पराली जलाने के मामलों पर पूछे गए सवाल पर शर्मा ने कहा कि किसान पराली न जलाएं क्योंकि सरकार फसल अवशेष प्रबंधन पर काम कर रही है। सरकार किसानों को घर तक प्रोत्साहन राशि भी पहुंचा रही है।