उकलाना में डीएपी के लिए मारामारी
उकलाना। इन दिनों उकलाना में डीएपी लेने के लिए किसानों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। किसान सुबह से ही डीएपी लेने के लिए सहकारी समितियों की दुकानों के बाहर लंबी लाइन में खड़े नजर आ रहे हैं। स्थिति यह बन गई है कि कई बार किसान घंटों कतार में लगने के बाद भी डीएपी नहीं ले पा रहे हैं।
किसानों का कहना है कि गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी की जरूरत है, लेकिन डीएपी नहीं मिल पा रहा है। सरकार अगर समय पर डीएपी की आपूर्ति करती तो उन्हें ऐसी परेशानी से नहीं जूझना पड़ता। किसानों ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध कराई जाए ताकि वे समय पर अपने खेतों में गेहूं की बिजाई कर सकें।
बता दें कि गेहूं की बिजाई का समय चल रहा है। किसानों के खेत भी बिजाई के लिए तैयार हैं, लेकिन डीएपी खाद न मिलने के कारण उनकी जमीन खराब हो रही है। किसान गेहूं की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डीएपी का स्टॉक न करें किसान
रोजाना किसान निजी खाद विक्रेताओं और सहकारी समितियों की दुकानों के बाहर लंबी लाइन में खड़े देखे जा रहे हैं। डीएपी की आवक कम होती है और लेने वालों की संख्या बहुत ज्यादा हो जाती है।
मंगलवार को उकलाना की नई अनाज मंडी में सहकारी समिति की दुकान पर डीएपी आया था। कृषि विभाग के अधिकारी डॉ. बलराज की निगरानी में डीएपी खाद का वितरण किया गया।
डॉ. बलराज ने कहा कि किसानों को डीएपी जरूरत के हिसाब से दी जा रही है। लाइन के अनुसार डीएपी का वितरण किया जा रहा है। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग लाइनें बनाई गई हैं और डीएपी का आधार कार्ड पर वितरण कराया जा रहा है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि डीएपी की जमाखोरी करने से बचें। किसान जितना जरूरत के हिसाब से डीएपी लेंगे, सभी को समय पर डीएपी मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर डीएपी दी जा रही है।