मित्रता की सच्ची कसौटी: मुश्किल समय में साथ देना
हाल ही में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, मुश्किल समय में साथ देने वाले मित्र ही वास्तविक मित्र कहलाते हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि जो लोग मुसीबत के समय अपने दोस्तों से दूर भागते हैं, वे वास्तव में मित्रता के बंधन को महत्व नहीं देते हैं।
अध्ययन में पाया गया कि ऐसे “मित्र” अक्सर स्वार्थी होते हैं और केवल अपने स्वयं के लाभ की परवाह करते हैं। वे अपने दोस्तों के भावनात्मक स्वास्थ्य या कल्याण की परवाह नहीं करते हैं। इससे भी बदतर, वे मुसीबत के समय अपने दोस्तों को अकेला महसूस करा सकते हैं और विश्वासघात की भावना पैदा कर सकते हैं।
इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने मित्रों की गहराई को समझें। ऐसे लोगों से सावधान रहें जो मुसीबत के समय आपका साथ नहीं देते हैं। वास्तविक मित्र वही हैं जो हर समय आपके साथ खड़े रहते हैं, चाहे कुछ भी हो।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि आप ऐसे दोस्तों की पहचान करने के लिए समय निकालें जो सिर्फ अच्छे वक्त के लिए ही मौजूद रहते हैं। एक बार जब आप उन्हें पहचान लें, तो उनके साथ दूरी बनाना सबसे अच्छा तरीका है। ऐसे लोग आपके समय और ऊर्जा के लायक नहीं हैं। इसके बजाय, ऐसे मित्रों पर ध्यान केंद्रित करें जो आपको महत्व देते हैं और आपकी परवाह करते हैं। वे आपके जीवन को समृद्ध करेंगे और आपको एक मजबूत समर्थन प्रणाली प्रदान करेंगे।