अलवर: बिजली घर चौराहे पर छात्रों ने जरूरतमंदों को खिलाया खाना, हुए भावुक
अलवर, [दिनांक]: अलवर शहर के बिजली घर चौराहे पर शुक्रवार को एक स्कूल के छात्र गरीबों को भोजन कराते समय भावुक हो गए। छात्रों ने कहा कि उन्हें यह नहीं पता था कि एक प्लेट भोजन पाने के लिए लोगों को इतनी गर्मी में आना पड़ता है। उन्होंने देश में बड़े बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया।
एपीएस स्कूल के छात्र, शिक्षकों के साथ, विजन संस्थान द्वारा पिछले 1405 दिनों से चलाए जा रहे भोजन वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए थे। छात्रों ने जरूरतमंदों को अपने हाथों से भोजन परोसा।
विजन संस्थान के हिमांशु शर्मा ने बताया कि वे अब तक लगभग 18 लाख लोगों को भोजन करा चुके हैं और अलवर का हर परिवार इस मुहिम से जुड़ चुका है।
छात्रा आराध्या ने कहा कि उनकी शिक्षिकाओं ने उन्हें बिजली घर चौराहे पर जरूरतमंदों को मिलने वाले भोजन के बारे में बताया था। प्रदीप सर ने छात्रों को भीषण गर्मी में भोजन वितरण के महत्व को समझाया।
छात्रा काश्वी अग्रवाल ने कहा कि वे भावुक होने के साथ-साथ प्रेरित भी हैं कि गरीब लोग इतनी धूप में भोजन करने आते हैं।
भूमि अरोड़ा ने कहा कि वे भविष्य में अपने घर में होने वाले छोटे-बड़े अवसरों पर यहां दान करने का संकल्प लेती हैं।
सोहानी ने कहा कि जमीनी स्तर पर ज़रूरतों को समझने की ज़रूरत है और इस भोजन वितरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
छात्र पुलकित ने कहा कि छात्रों को इस नेक काम के बारे में जानकारी देने की ज़रूरत है, जिससे लोगों में इंसानियत जागृत होगी।
शिक्षिकाओं ने बताया कि इस पहल के बारे में प्रधानाचार्य से चर्चा करने के बाद वे छात्रों को यहां लेकर आईं और छात्रों ने उत्साहपूर्वक सहयोग करने की इच्छा जताई।
इसके अतिरिक्त, कलेक्टर जतिन कुमार, और बहरोड़ मुंडावर के 29 वर्षीय जतिन कुमार की सफलता की कहानी भी प्रेरणादायक रही। एमए यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त, बीएससी आर आर से, छात्र राजनीति में सक्रिय, 12वीं में गुरुकृपा के टॉपर, और पहले प्रयास में असफलता के बाद दूसरे प्रयास में 364वीं रैंक हासिल की। उन्होंने नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी की और सफलता प्राप्त की।