सड़क परिवहन मंत्रालय ने दी जानकारी: 1 मई से देशव्यापी सैटेलाइट आधारित टोल प्रणाली पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं
नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने स्पष्ट किया है कि 1 मई से देशभर में सैटेलाइट आधारित टोल प्रणाली को लागू करने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मंत्रालय ने इस संबंध में मीडिया में चल रही अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि इस योजना पर विचार किया जा रहा है, लेकिन फिलहाल इसे लागू करने की कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सैटेलाइट आधारित टोल प्रणाली एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य टोल संग्रह को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाना है। इस प्रणाली में वाहनों की आवाजाही को सैटेलाइट के माध्यम से ट्रैक किया जाएगा और टोल की राशि स्वचालित रूप से काटी जाएगी। इससे टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।
हालांकि, इस प्रणाली को लागू करने से पहले कई तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है। मंत्रालय सभी हितधारकों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श कर रहा है और जल्द ही इस संबंध में उचित निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल, देश में टोल संग्रह की मौजूदा प्रणाली ही जारी रहेगी।