अंक ज्योतिष से भविष्य का आकलन: मूलांक का महत्व
नई दिल्ली: अंक ज्योतिष, जो संख्याओं के माध्यम से भविष्य का आकलन करने की एक प्राचीन पद्धति है, में व्यक्ति के भविष्य का आकलन मुख्य रूप से उसके मूलांक के आधार पर किया जा सकता है। अंकशास्त्र किसी व्यक्ति के जन्म की तारीख पर होने वाली संख्याओं के कुल योग का अध्ययन करता है। यह योग ही मूलांक कहलाता है, जिसके आधार पर व्यक्ति के स्वभाव, व्यक्तित्व और भविष्य की संभावनाओं का विश्लेषण किया जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि मूलांक व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे करियर, प्रेम संबंध और स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।