करनाल: इमिग्रेशन के नाम पर करोड़ों की ठगी, पुलिस में मामला दर्ज
करनाल, [दिनांक]: इंद्री में इमिग्रेशन के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इंद्री में इमिग्रेशन फर्म चलाने वाली एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि एक व्यक्ति ने विदेश भेजने के नाम पर उसके ग्राहकों से 1.17 करोड़ रुपये हड़प लिए।
शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपियों ने ग्रीस का टूरिस्ट वीजा दिलाने का झांसा दिया और नकली वीजा देकर उनके साथ धोखाधड़ी की। जब इस मामले में जवाब मांगा गया, तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दीं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
फोन पर बातचीत से हुई ठगी की शुरुआत
इंद्री निवासी श्वेता ने बताया कि उसे एक बुक के जरिए ठगों का नंबर मिला था, जिस पर संपर्क करने के बाद कुलदीप नामक व्यक्ति से बात हुई। उसने ग्रीस का टूरिस्ट वीजा दिलाने का दावा किया और भरोसा दिलाया कि उसके रिश्तेदार वीटीएस (वीजा एप्लिकेशन सेंटर) में ऊंचे पदों पर हैं, जो बिना अपॉइंटमेंट अंदर जाने की अनुमति दे सकते हैं।
नकली वीजा देकर हड़पे लाखों
पीड़िता के अनुसार, 16 दिसंबर, 2024 को पहली अपॉइंटमेंट तय की गई, जिसमें आरोपी का कर्मचारी इमिग्रेशन ऑफिस से पासपोर्ट और पैसे लेकर चला गया। 20 दिसंबर को दूसरी अपॉइंटमेंट हुई, जिसमें आरोपी ने एक ग्राहक का वीजा दिखाया और इसके बदले 10 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद 30 दिसंबर को जसबीर और हरमिंद्र नाम के दो अन्य ग्राहकों के वीजा लेकर आए और उनसे 20.50 लाख रुपये ऐंठ लिए।
55 में से सिर्फ 9 के हुए बायोमेट्रिक्स
पीड़िता ने बताया कि 13 जनवरी को आखिरी अपॉइंटमेंट हुई थी, जिसमें 55 ग्राहकों के बायोमेट्रिक होने थे। लेकिन, मौके पर केवल 9 लोगों का ही बायोमेट्रिक हुआ, जिससे उसे ठगी का शक हुआ।
जब पीड़िता ने पहले जारी किए गए वीजा की एंबेसी से जांच कराई, तो पता चला कि सभी वीजा नकली थे।
अब जान से मारने की धमकियां
जब पीड़िता ने ठगों से अपने 1.17 करोड़ रुपये वापस मांगे, तो आरोपी ने उल्टा उसे धमकाना शुरू कर दिया। आरोपी कुलदीप और उसके साथी ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच
शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने कुलदीप और उसके एक साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उनके खिलाफ धारा 316(2), 318(4) और 61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच एसआई लखबीर सिंह को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरी कार्रवाई की जाएगी।