महिला दिवस विशेष: यूनिकॉर्न कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं की नगण्य भागीदारी, रिपोर्ट में खुलासा
नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जारी एक नई रिपोर्ट में भारतीय यूनिकॉर्न कंपनियों (1 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य वाली स्टार्टअप) के बोर्ड में महिलाओं की कम भागीदारी पर चिंता व्यक्त की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश यूनिकॉर्न कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं का प्रतिनिधित्व नगण्य है, जो लैंगिक समानता के प्रयासों पर सवाल खड़े करता है।
रिपोर्ट के अनुसार, कई बड़ी और प्रसिद्ध यूनिकॉर्न कंपनियों में महिला निदेशक या स्वतंत्र निदेशक के रूप में बहुत कम महिलाएं हैं। यह स्थिति तब है, जब महिला उद्यमिता और नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारी और गैर-सरकारी पहल चल रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बोर्ड में महिलाओं की कमी से कंपनियों के निर्णयों में विविधता का अभाव होता है, जिससे संभावित रूप से विकास और नवाचार में बाधा आ सकती है। रिपोर्ट में यूनिकॉर्न कंपनियों से बोर्ड में महिलाओं की संख्या बढ़ाने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया गया है।
यह रिपोर्ट महिला दिवस पर एक गंभीर तस्वीर पेश करती है और भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में लैंगिक समानता लाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर करती है।