जैसलमेर: कैंसर को संगीत से हराने वाली जांबाज पुलिसकर्मी सुनीता की प्रेरणादायक कहानी
जैसलमेर, 8 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज हम आपको जैसलमेर की एक ऐसी जांबाज महिला पुलिसकर्मी से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को भी संगीत के दम पर हरा दिया। बाड़मेर जिले के बायतु भोपजी गांव की रहने वाली सुनीता चौधरी की कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है जो जीवन में किसी मुश्किल का सामना कर रहा है।
सुनीता चौधरी बचपन से ही पुलिस की वर्दी पहनने का सपना देखती थीं। साल 2011 में उनका यह सपना तब पूरा हुआ जब उनका चयन राजस्थान पुलिस में हो गया। पुलिस में भर्ती होने के बाद उन्होंने समाज की सुरक्षा का जिम्मा तो संभाला ही, साथ ही गीत-संगीत के माध्यम से लोकतंत्र की मजबूती, सड़क सुरक्षा और स्वच्छता अभियान में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
लेकिन सुनीता के जीवन में एक ऐसा मोड़ आया जब उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर है। 2013 में पेट में दर्द होने पर जोधपुर में जांच करवाने पर उन्हें इस बीमारी का पता चला। उस समय सुनीता काफी निराश हो गई थीं। कीमोथेरेपी के कारण उनके सिर के बाल उड़ गए थे और उन्हें लगता था कि वे अधूरी हो गई हैं।
इस मुश्किल दौर में सुनीता के परिवार और साथी पुलिसकर्मियों ने उनका भरपूर साथ दिया। लेकिन सबसे बड़ा सहारा उन्हें संगीत से मिला। उनके संगीत गुरु रजनीकांत शर्मा ने उन्हें संगीत की साधना करने की सलाह दी। सुनीता ने हारमोनियम बजाना और गाना शुरू किया। धीरे-धीरे उनका ध्यान कैंसर से हटकर संगीत के सुरों में रमने लगा।
संगीत ने सुनीता को इतनी शक्ति दी कि आखिरकार उन्होंने कैंसर को हरा दिया। आज सुनीता पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अपने बच्चे के साथ खुशहाल जीवन जी रही हैं।
सुनीता का कहना है कि जिंदगी में कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। हमेशा लड़कर ही जंग जीती जाती है। “मन के हारे हार है और मन के जीते जीत।”
कैंसर से उबरने के दौरान सुनीता ने ठाना कि वह सभी को जिंदगी का महत्व सिखाएंगी। उन्होंने अपने गीतों से लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने वीडियो एलबम बनाकर सामाजिक सरोकार से जुड़े गानों पर जोर दिया। स्वच्छ भारत अभियान पर गाना हो चाहे लोकतंत्र के उत्सव चुनाव में पारदर्शी व स्वतंत्र चुनाव व मताधिकार का प्रयोग करने के लिए लोगों को गीत-संगीत के माध्यम से जागरूक करना, कोरोना से जंग लड़ना हो या फिर सड़क सुरक्षा के तहत हेलमेट अभियान, सुनीता अपने गाने रिकॉर्ड करती हैं और प्रशासन को उपलब्ध करवाती हैं।