चंडीगढ़ PGI में 14 को मिला जीवनदान, 2 वर्षीय विदेशी बच्चा बना पहला दानदाता

चंडीगढ़ पीजीआई ने अक्टूबर में 14 मरीजों को दी नई ज़िंदगी

चंडीगढ़। चंडीगढ़ पीजीआई के ऑर्गन ट्रांसप्लांट विभाग (रोटो) की पहल से अक्टूबर महीने में 14 जरूरतमंद मरीजों को नई ज़िंदगी मिली है। इस महीने में चार ब्रेन डेड मरीजों के ऑर्गन दान किए गए, जिनमें 18, 22, 24 साल के तीन युवक और एक 2 साल का बच्चा शामिल है, जो पीजीआई का पहला विदेशी डोनर बन गया।

26 अक्टूबर को पहली बार पीजीआई में विदेशी डोनर के ऑर्गन डोनेट किए गए, जिसमें इस छोटे बच्चे के पेंक्रियाज, किडनी, और कॉर्निया चार मरीजों को ट्रांसप्लांट किए गए।

साझा ऑर्गन ट्रांसप्लांट के साथ ही पीजीआई ने दो लीवर, एक हार्ट और एक लंग्स अन्य अस्पतालों में भेजे, ताकि अधिक मरीजों को लाभ मिल सके। यह कदम ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता फैलाने और मरीजों को सहायता प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

ऑर्गन डोनेशन में पीजीआई का अग्रणी स्थान

पीजीआई को नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन के तहत रीजनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (रोटो) के रूप में नियुक्त किया गया है। 2013 में पीजीआई ने अपना पहला हार्ट ट्रांसप्लांट किया था।

हालांकि कुछ मरीज संक्रमण से बचाव न कर पाने के कारण लंबी अवधि तक जीवित नहीं रह सके, लेकिन पीजीआई हर संभव प्रयास कर रहा है कि मरीजों को समय पर उचित उपचार और देखभाल मिले।

ऑर्गन डोनेशन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम

पीजीआई ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस संस्थान ने देशभर में सबसे अधिक ब्रेन डेड मरीजों के ऑर्गन ट्रांसप्लांट किए हैं।

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