भीलवाड़ा में हिंदू राष्ट्र की अर्जी
कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने शुक्रवार को भीलवाड़ा में “दिव्य दरबार” लगाया। इस दौरान, उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर में हिंदू राष्ट्र की अर्जी लगाई है।
दर्द निवारण के लिए अर्जियां
दिव्य दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए लाल कपड़े में नारियल बांधकर अर्जियां लगाईं। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि बागेश्वर बालाजी की कृपा से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक दुखों का निवारण होता है।
श्रीनाथजी के चरणों में अर्जी
शुक्रवार सुबह धीरेंद्र शास्त्री नाथद्वारा पहुंचे और श्रीनाथजी मंदिर में मंगला दर्शन किए। उन्होंने कहा कि राजस्थान एक पवित्र भूमि है जहां श्रीनाथजी, सांवलिया सेठ, मेहंदीपुर बालाजी और सालासर बालाजी विराजमान हैं।
धर्म की सच्ची आस्था
धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों से धर्म के प्रति सच्ची आस्था रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो लोग आज चादर चढ़ा रहे हैं, वे कल मोमबत्तियां जलाने जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग बालाजी की शरण में आते हैं, वे जीवन भर के लिए सुरक्षित रहते हैं।
अर्जी लगाने के नियम
उन्होंने अर्जी लगाने वालों को कुछ नियमों का पालन करने की सलाह दी, जैसे लहसुन, प्याज, मांस और शराब से परहेज करना।
बीज मंत्र का महत्व
धीरेंद्र शास्त्री ने बीज मंत्रों का महत्व बताया। उन्होंने श्रद्धालुओं को ओम बागेश्वराय नमः, ओम हनुमंते नमः और ओम संन्यासी देव नमः का जप करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रोजाना इन मंत्रों के जप से जीवन सफल होता है।
व्यक्तिगत समाधान
दरबार के दौरान, धीरेंद्र शास्त्री ने कुछ व्यक्तियों को मंच पर बुलाया और उनकी व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान सुझाया। उन्होंने भीलवाड़ा के एक व्यक्ति की बेटियों के विवाह की चिंता और व्यापार में अवरोध को दूर करने के उपाय बताए। झालावाड़ से आए एक युवक को उसकी समस्याओं का समाधान दिया।