जेईई-मेन 2025 का अपडेटेड परीक्षा पैटर्न और संभावित प्रभाव
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जेईई-मेन 2025 जनवरी सत्र का आयोजन 22 से 31 जनवरी के बीच करेगी। इस साल परीक्षा नए परीक्षा पैटर्न पर आधारित होगी, जिससे पेपर के स्तर पर भी बदलाव आने की उम्मीद है।
परीक्षा पैटर्न में बदलाव के संभावित प्रभाव
परीक्षा पैटर्न में बदलाव के कारण, छात्रों के बीच प्रश्नपत्र के स्तर और क्वालीफाइंग कट-ऑफ को लेकर अनिश्चितता है। शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षा मंत्रालय का प्राथमिक लक्ष्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का पूर्ण कार्यान्वयन है, जिसका उद्देश्य छात्रों में वैचारिक समझ, तार्किक, आलोचनात्मक और नवोन्मेषी सोच विकसित करना है।
एनईपी के अनुसार प्रश्न पत्र का विकास
एनईपी के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए, आगामी स्कूल परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों को डिजाइन किया जाएगा। स्कूली शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के बीच बेहतर समन्वय के लिए, बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बदलाव करते हुए एमसीक्यू प्रश्न शामिल किए गए हैं। पिछले कुछ वर्षों में बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के सिलेबस को भी कम किया गया है।
जेईई-मेन सिलेबस का विश्लेषण
जेईई-मेन के सिलेबस के विश्लेषण से पता चलता है कि भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के विषय को 20 इकाइयों में और गणित को 14 इकाइयों में विभाजित किया गया है। स्कूली शिक्षा के अनुसार, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान प्रयोग-आधारित विषय हैं, और प्रयोगात्मक कौशल का अपना महत्व है। इसलिए, जेईई-मेन में भी भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के पाठ्यक्रम में एक पूर्ण इकाई प्रयोगात्मक कौशल की होती है ताकि दोनों परीक्षाओं में समन्वय बना रहे।
भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान की प्रयोगात्मक इकाइयाँ
इन प्रयोगात्मक इकाइयों से पिछली शिफ्ट की प्रत्येक परीक्षा में प्रश्न पूछे गए हैं, और वर्ष 2025 में भी पूछे जाने की संभावना है। इसलिए, छात्र जनवरी में आयोजित होने वाली बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी करते समय, जेईई-मेन 2025 जनवरी सत्र के लिए भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान की एक-एक इकाई को आसानी से तैयार कर सकते हैं।