एक खुशहाल परिवार, हंसी-खुशी से भरा हुआ, एक पल में तबाह हो गया जब पिता चेतन कुमार ठाकुर घर से निकला। उसने अपनी 5 वर्षीय बेटी गौरवी और 10 वर्षीय बेटे ध्रुव को नई बाइक पर घुमाने का वादा किया था, जो उसने हाल ही में खरीदी थी।
सुबह घर से निकलते ही चेतन को दो घंटे बाद एक फोन आया जिसने उनकी दुनिया हिला दी। उनके घर में आग लग गई थी। जब वे घर पहुंचे, तो उन्हें अपने प्रियजनों को खो चुका था – उनकी पत्नी कविता (35), गौरवी और ध्रुव।
झकझोर देने वाली यह घटना भीनमाल (जालोर) के महावीर चौराहे पर हुई। शुरुआती जांच से पता चला कि एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, जिसमें कमरा पूरी तरह से जल गया।
घर से निकलने से पहले, चेतन ने अपने बच्चों से वादा किया था कि वह जल्द ही वापस आएगा और उन्हें घुमाने ले जाएगा। अब उनके पास केवल यादें और पछतावा रह गया है कि उन्होंने उस दिन घर क्यों छोड़ा था।
डेली भास्कर ने घर पर जाकर चेतन की पीड़ा को बयां किया, जो अपनी पत्नी और बच्चों की हानि का शोक मना रहे थे। उन्होंने अपने स्कूल, उनकी नई बाइक और बच्चों के लिए खरीदे गए नए कपड़ों के बारे में बताया।
हादसे के दिन, कविता बच्चे के साथ एसी चलाकर सो रही थी। कमरे में धुआं भरने पर, उसने और उसके बेटे ध्रुव ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन दम घुटने से वे बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई।
इस दुखद घटना से पता चलता है कि एसी की नियमित सर्विसिंग और रखरखाव कितना महत्वपूर्ण है। धुएं का पता लगाने वाले यंत्रों और आपातकालीन निकासी मार्गों की स्थापना जैसी सुरक्षा सावधानियां भी इस तरह की त्रासदियों को रोकने में मदद कर सकती हैं।