हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बीच चल रहे बयानबाजी में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ भी शामिल हो गए हैं।
धनखड़ ने सुरजेवाला पर तंज कसते हुए कहा कि खट्टर पूर्ण बहुमत वाली सरकार के मुख्यमंत्री हैं, जबकि सुरजेवाला के दिमाग में ‘एक्सीडेंटल पीएम’ शब्द आया है। उन्होंने कहा कि जब सोनिया गांधी 2005 में प्रधानमंत्री बनने के लिए राष्ट्रपति भवन गई थीं और वह पीएम नहीं बन पाईं तो मनमोहन सिंह पीएम बने और उन्हें ‘एक्सीडेंटल पीएम’ कहा गया। इस पर एक ‘एक्सीडेंटल पीएम’ फिल्म भी बन चुकी है। धनखड़ ने कहा कि सुरजेवाला के ‘एक्सीडेंटल’ शब्द का इस्तेमाल उनकी अपनी पार्टी पर बैकफायर हुआ है, क्योंकि उनका जनाधार खत्म हो रहा है।
इससे पहले खट्टर ने सुरजेवाला को “सरकारी डूम” कहा था। खट्टर ने कहा था, “एक हैं इनके रणदीप सुरजेवाला साहब। कोई छींक भी मारेगा तो वह चंडीगढ़ पहुंच जाएंगे। उनके पास कोई काम नहीं है।”
सुरजेवाला ने खट्टर की इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा था, “एक एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर, अहंकार में चूर होकर डूम दलित समाज का अपमान कर रहे हैं। उन्हें अपना PA लगाने तक का अधिकार नहीं है।”
ओम प्रकाश धनखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस झूठ बोलकर जनादेश चुराती रही है। यहां तक कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी यह बात स्वीकार की है। धनखड़ ने कहा कि नायब सिंह खट्टर ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर चुनाव प्रचार किया, भाजपा और प्रदेश की जनता ने उन्हें स्वीकार कर अपना नेता चुना है। उनके नेतृत्व में हमारी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। धनखड़ ने कहा कि देश और हरियाणा में कांग्रेस का जनाधार बिखर रहा है और सिकुड़ रहा है। कांग्रेस नेता हताशा में बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे हैं।