मंदिर में गोवर्धन पूजा की भक्तिमय धूम
करौली के विख्यात मदनमोहन जी मंदिर में गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने भगवान गोवर्धन महाराज की विधिवत पूजा-अर्चना की और उनकी परिक्रमा की। मंदिर परिसर भगवान गोवर्धन के जयकारों से गूंज उठा।
मदनमोहन जी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गोवर्धन पूजा के लिए एकत्र हुए। मंदिर के पुजारियों और पंडित भगवान कटारा ने विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। भगवान गिरीधर जी से आह्वान कर उनकी पूजा-अर्चना की गई और प्रसाद लगाया गया। उसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान गोवर्धनजी महाराज की श्रद्धापूर्वक परिक्रमा की। इस दौरान गिर्राज महाराज और भगवान मदनमोहन के भक्तिमय नारे गूंजते रहे।
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि मदनमोहन मंदिर में प्रभु गोवर्धन की प्रतिमाएं मंदिर की गौशाला में गायों के गोबर से बनाई जाती हैं। मदनमोहन मंदिर की स्थापना के समय से ही गोवर्धन पूजा की परंपरा चली आ रही है। शहर के विभिन्न आवासों में भी गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। इस दौरान मंदिरों और घरों में भगवान को अन्नकूट प्रसादी का भोग लगाया गया।
गोवर्धन पूजा के बाद, शानदार आतिशबाजी से आकाश रंगीन हो उठा। युवाओं और बच्चों ने रात भर पटाखे जलाकर इस मनोरम दृश्य का आनंद लिया। प्रभु राधा मदनमोहन महाराज के मंदिर में, पंडित भगवान कटारा ने मंदिर गुसाईं के मार्गदर्शन में मंत्रोच्चारण और विधिवत पूजन के साथ गोवर्धन महाराज की पूजा की। गौ माता का पूजन कर लोगों की समृद्धि की कामना की गई। भक्तों ने ”गिरिराज जी महाराज की जय” के नारों के साथ परिक्रमा की। इस अवसर पर मंदिर में अन्नकूट प्रसाद वितरित किया गया।
इसके अलावा, जिले के विभिन्न मंदिरों, गलियों-मोहल्लों और घरों में भगवान गिरिराज महाराज की पूजा-अर्चना की गई। किसानों ने दीपोत्सव पर्व के अवसर पर पशुओं की पूजा की प्राचीन परंपरा का पालन किया। विभिन्न दिनों में पशुओं की पूजा-अर्चना की गई, उन्हें मोर पंखों से बने हार (गण्ड़े) और घंटियाँ पहनाई गईं, और उन्हें विशेष रूप से सजाया गया। दीपावली के दिन गौ माता की पूजा की गई।