सतीश पूनिया का राजस्थान बीजेपी में बढ़ता कद
हरियाणा प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया ने गोविंद सिंह डोटासरा पर हमला बोलते हुए कहा कि डोटासरा पहले हरियाणा आए थे और वहां भी ‘गमछा’ हिलाया था, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। अब राजस्थान में भी वही कर रहे हैं। पूनिया का मानना है कि डोटासरा को इस तरह के “डांसिंग एक्ट” के बजाय संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए था।
बीजेपी की हरियाणा जीत ने पूनिया की स्थिति मजबूत की
राजस्थान बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूनिया का कद हरियाणा विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद बढ़ा है। जब भी वे जयपुर में होते हैं, तो बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलने आते हैं। राजस्थान की राजनीति में उनकी नई भूमिका को लेकर भी चर्चा हो रही है।
उपचुनाव में बीजेपी की जीत पर भरोसा
पूनिया का मानना है कि राज्य में 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने योग्य उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जो जीतने में सक्षम हैं।
वसुंधरा राजे की भूमिका पर
प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास के बयान पर कि वसुंधरा राजे की राजस्थान की राजनीति में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका रही है, पूनिया ने कहा कि राजे पार्टी की सम्मानित नेता हैं और उनकी भूमिका को कोई नकार नहीं सकता।
‘आइटम बॉय’ पर पूनिया
डोटासरा को “आइटम बॉय” कहने पर पूनिया ने कहा कि डोटासरा हरियाणा से लेकर राजस्थान तक “गमछा” हिला रहे हैं, लेकिन कुछ हासिल नहीं कर सके। उनका मानना है कि डोटासरा को संगठन की सुदृढ़ता पर ध्यान देना चाहिए था।
दौसा सीट पर एसटी उम्मीदवार
दौसा की जनरल सीट पर एसटी उम्मीदवार को टिकट देने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि टिकट देते समय जाति-बिरादरी नहीं देखी जाती है, बल्कि जीतने की क्षमता पर ध्यान दिया जाता है।
परिवारवाद पर
भाजपा के परिवारवाद के आरोपों पर पूनिया ने कहा कि पार्टियों की बात की जाती है, व्यक्तियों की नहीं। उनके अनुसार, योग्य परिवार के सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं।
ओम माथुर से तुलना
ओम माथुर जैसे दिग्गज नेताओं की जगह लेने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि उन्हें कोई दौड़ नहीं लगानी पड़ रही है। वे पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को शांतिपूर्वक निभा रहे हैं।
कांग्रेस सरकार की आलोचना
पूनिया ने राजस्थान सरकार को “पर्ची सरकार” और “यूटर्न सरकार” कहकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के असमंजस और भ्रम की स्थिति के कई उदाहरण हैं।