मंगलवार को विधानसभा सत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने अपनी ही पार्टी की सरकार के मंत्रियों को कई मुद्दों पर घेरा।
विधायक कालीचरण सराफ ने स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर से कांग्रेस शासन काल में डायलिसिस मशीन और अन्य उपकरणों की खरीद में अनियमितताओं के बारे में सवाल उठाए। सराफ ने मंत्री के जवाब को असंतोषजनक बताते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी को दोहराया है। मंत्री ने इसके बाद जांच का आदेश दिया।
विधायक गोपाल शर्मा ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की भर्ती और मिलावट के खिलाफ कार्रवाई की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस संबंध में उचित कदम नहीं उठाए हैं। मंत्री खींवसर ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की भर्ती प्रक्रियाधीन है।
विधायक केसाराम चौधरी ने पाली जिले में अवैध खनन पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जिले में 24 महीने से अधिक समय तक बिना लीज के खनन किया गया और सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। मंत्री खींवसर ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में बजरी माफियाओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं और एसआईटी ने अभियान चलाकर अवैध खनन पर अंकुश लगाया है।
भाजपा विधायकों के सवालों ने मंत्रिपरिषद की तैयारी और जवाबदेही पर सवाल उठाए। मंत्रियों पर आरोप लगाया गया कि वे पूरी तरह से तैयार नहीं थे और उन्होंने समय पर सवालों का जवाब नहीं दिया।